12वीं के बाद एजुकेशन लोन कैसे लें: एक संपूर्ण मार्गदर्शिका (2025)

हम विस्तार से जानेंगे कि 12वीं के बाद एजुकेशन लोन कैसे लिया जाता है, इसमें किन-किन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है, कौन पात्र होता है, कौन से दस्तावेज़ आवश्यक हैं और किन बैंकों से यह लोन लिया जा सकता है। भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ती लागत और प्रतिस्पर्धा के चलते आजकल अधिकांश विद्यार्थी 12वीं के बाद किसी प्रोफेशनल या तकनीकी कोर्स में दाखिला लेने के लिए वित्तीय सहायता की आवश्यकता महसूस करते हैं। ऐसे में एजुकेशन लोन एक कारगर और व्यवहारिक विकल्प बनकर उभरता है। एजुकेशन लोन विद्यार्थियों को उनकी उच्च शिक्षा की आकांक्षाओं को पूरा करने का अवसर प्रदान करता है, वह भी बिना पारिवारिक आर्थिक दबाव के।

एजुकेशन लोन क्या होता है?

एजुकेशन लोन एक प्रकार का वित्तीय ऋण होता है जो बैंक या वित्तीय संस्थाएं छात्रों को उनकी पढ़ाई के लिए प्रदान करती हैं। इसमें ट्यूशन फीस, हॉस्टल शुल्क, पुस्तकें, लैपटॉप, और रहने-खाने का खर्च आदि शामिल होता है। यह ऋण छात्र को पढ़ाई पूरी करने के बाद चुकाना होता है, जिसे किस्तों में चुकाया जा सकता है। अधिकतर मामलों में छात्रों को कोर्स की अवधि + 6 महीनों का ग्रेस पीरियड (Moratorium) दिया जाता है जिसमें वे केवल ब्याज का भुगतान करते हैं या बिल्कुल भी नहीं करते।

एजुकेशन लोन के लिए पात्रता मानदंड (Eligibility Criteria)

एजुकेशन लोन: Students ki photo
फोटो:/pixels

12वीं के बाद एजुकेशन लोन लेने के लिए कुछ बुनियादी शर्तें होती हैं जो छात्रों को पूरा करनी होती हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हैं।

  • छात्र भारतीय नागरिक होना चाहिए।
  • छात्र ने मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की हो।
  • उसे भारत या विदेश के किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में प्रवेश मिला हो।
  • कोर्स प्रोफेशनल, तकनीकी या व्यावसायिक प्रकृति का होना चाहिए।
  • अभिभावक या गारंटर के रूप में एक सह-आवेदक आवश्यक होता है।

एजुकेशन लोन की राशि और ब्याज दरें

एजुकेशन लोन की राशि बैंक और कोर्स के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। अधिकतर बैंक ₹4 लाख से लेकर ₹20 लाख तक का लोन प्रदान करते हैं। ब्याज दरें भी बैंक के अनुसार बदलती हैं, जो औसतन 8.5% से 12% तक होती हैं। प्राइवेट बैंक आमतौर पर थोड़ा अधिक ब्याज लेते हैं जबकि सरकारी बैंक, खासकर अगर आप सरकारी योजनाओं के तहत आते हैं, तो ब्याज में सब्सिडी भी देते हैं।

बैंक का नाम न्यूनतम राशिअधिकतम राशिब्याज दर (औसतन)
SBI ₹50,000₹20 लाख8.5% – 10.5%
PNB ₹1 लाख₹15 लाख9% – 11%
HDFC ₹1 लाख₹20 लाख 10% – 12.5%

भारत में कई प्रमुख बैंक एजुकेशन लोन प्रदान करते हैं। कुछ प्रमुख बैंक है जैसे कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), ICICI बैंक, HDFC बैंक और Canara बैंक ।

दस्तावेज़ों की सूची (Required Documents)

एजुकेशन लोन के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ जरूरी होते हैं।

छात्र के दस्तावेज़: 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, प्रवेश पत्र (Admission Letter), पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान पत्र (Aadhar, PAN आदि) ।

सह-आवेदक (Co-applicant) के दस्तावेज़: पहचान पत्र और पता प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र (ITR, सैलरी स्लिप आदि), बैंक स्टेटमेंट (6 महीने तक का)।

एजुकेशन लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया

एजुकेशन लोन के लिए आवेदन दो प्रकार से किया जा सकता है।

ऑफलाइन प्रक्रिया:

  • सबसे पहले बैंक की शाखा में जाकर एजुकेशन लोन के बारे में जानकारी लें।
  • आवेदन फॉर्म प्राप्त करें और उसे भरें।आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
  • बैंक अधिकारी आपकी पात्रता की जांच करेगा और ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू करेगा।

ऑनलाइन प्रक्रिया:

अधिकांश बैंक जैसे SBI, HDFC, ICICI आदि अपनी वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा देते हैं। भारत सरकार द्वारा संचालित विद्यालक्ष्मी पोर्टल (www.vidyalakshmi.co.in) के माध्यम से एक ही बार में कई बैंकों में आवेदन किया जा सकता है।

विद्यालक्ष्मी पोर्टल की विशेषताएं

विद्यालक्ष्मी पोर्टल एक सरकारी मंच है जो छात्रों को एक ही स्थान पर विभिन्न बैंकों से एजुकेशन लोन के लिए आवेदन करने की सुविधा देता है। इसमें आप एक ही फॉर्म के माध्यम से तीन बैंकों में आवेदन कर सकते हैं, और आवेदन की स्थिति को भी ट्रैक कर सकते हैं। इस पोर्टल पर स्कॉलरशिप से जुड़ी जानकारियां भी उपलब्ध होती हैं।

भारत सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं जो एजुकेशन लोन में ब्याज छूट या गारंटी प्रदान करती हैं।

1. Dr. Ambedkar Interest Subsidy Scheme

2. Central Sector Interest Subsidy Scheme (CSIS)

3. NMDFC Education Loan Scheme

एजुकेशन लोन के लिए गारंटी और जमानत (Collateral & Guarantor)

₹7.5 लाख तक के लोन के लिए किसी जमानत की आवश्यकता नहीं होती, लेकिन ₹7.5 लाख से अधिक की राशि के लिए संपत्ति या किसी अन्य प्रकार की जमानत ली जा सकती है। माता-पिता या संरक्षक को को-एप्लिकेंट बनाना अनिवार्य होता है।

लोन की चुकौती प्रक्रिया (Repayment Process)

लोन की चुकौती कोर्स पूरा होने के बाद शुरू होती है।

मोरेटोरियम अवधि: कोर्स + 6 से 12 महीने

चुकौती अवधि: 5 से 15 वर्षों के बीच

भुगतान: मासिक किस्तों (EMI) में यदि छात्र समय से पहले भुगतान करता है, तो उस पर किसी प्रकार का पूर्व भुगतान शुल्क नहीं लगता। समय पर भुगतान करने से CIBIL स्कोर बेहतर रहता है।

विदेश में पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन

अगर छात्र विदेश में किसी यूनिवर्सिटी से कोर्स कर रहा है, तो उसे विदेश में पढ़ाई के लिए भी एजुकेशन लोन मिल सकता है बशर्ते संस्थान और कोर्स मान्यता प्राप्त हो। वीज़ा और पासपोर्ट होना अनिवार्य होता है। कुछ बैंक GRE, TOEFL या IELTS स्कोर भी मांग सकते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion)

12वीं के बाद एजुकेशन लोन लेना अब पहले से कहीं अधिक सरल हो गया है। सही मार्गदर्शन, उचित दस्तावेज़ और समय पर आवेदन के ज़रिए आप आसानी से इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। शिक्षा में निवेश जीवन का सबसे महत्वपूर्ण निर्णयों में से एक होता है, और एजुकेशन लोन इस यात्रा को आसान बना सकता है। इसलिए, सावधानी से बैंक और कोर्स का चयन करें, शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें और समय पर भुगतान करके अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं।

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